चुनौतियों से जूझना जानती है सरपंच गुड्डी आदिवासी
Ruby Sarkarरीवा जिले सिरमौर जनपद पंचायत में शामिल ग्राम पंचायत छिरहटा की सरपंच गुड्डी आदिवासी ने यह साबित किया है, कि महिलाएं किसी भी काम में पीछे नहीं हैं । वे सिर्फ पंचायत के काम काज संभालने तक ही सीमित नहीं है, लोगों को न्याय और उनके अधिकार दिलवाने में भी सक्षम
हैै । गुड्डी आदिवासी ज्यादा पढ़ी-लिखी नहीं है । इसलिए सरपंच बनने के शुरुआती दौर में उसे पंचायत के काम का कोई अनुभव नहीं था । ऐसी स्थिति में गांव के कुछ दबंगों ने पंचायत के कामों पर अपना अधिकार जमाना शुरू किया। किन्तु सरपंच ने उनसे साफ कह दिया, कि पंचायत पर सभी पंच-सरपंच और ग्राम वासियों का अधिकार है । यदि किसी पंच को अपनी कोई बात रखनी है, तो वह ग्राम पंचायत की बैठक में रखे और ग्राम सभा के सदस्य अपनी बात ग्रामसभा बैठक में रखे । इससे दबंग नाराज हो गए और उन्हें सरपंच के विरूद्ध शिकायत कर धारा -40 के अंतर्गत कार्यवाही कर हटाने के लिए एसडीएम के समक्ष शिकायत की । एसडीएम ने मामले की जांच करते हुए शिकायत को झूठा पाया । मामला यही नहीं रूका, दबंग सरपंच के विरूद्ध झूठा प्रचार करने लगे । इस पर सरपंच ने स्पष्ट कर दिया कि आप अपनी चाल चलते रहिए । हम आपको अपनी बैसाखी नहीं बनायेंगे ।
इस तरह निरंतर प्रयास एवं अधिकारियों व कर्मचारियों के सहयोग से और सरपंच अपने कार्य में पारदर्शिता के कारण रूके हुए कार्य फिर से शुरू हुए तथा जो राशि रुकी हुई थी, वह खाते में आ गई और सरपंच ने मजदूरी का भुगतान किया ।
गांवों में दबंगों की दबंगई कोई नई बात नहीं है। लेकिन गुड्डी ने यह साबित कर दिया, कि अगर आत्मविश्वास हो , तो ईमानदारी की लड़ाई आसानी से जीती जा सकती है।
No comments:
Post a Comment